Samachar Lekhan in hindi class 11 & 12 / samachar lekhan pdf / samachar lekhan notes in hindi

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"Thank You Education" Present:

"पत्रकारीय लेखन के विभिन्न रूप और लेखन प्रक्रिया" के अंतर्गत हमने समाचार लेखन के बारे में जाना, जैसे;

समाचार लेखन क्या है? समाचार लेखन के प्रकार कौन से हैं? समाचार लेखन के छह ककार कौन से हैं? समाचार लेखन की शैली.... समाचार लेखन की विशेषताएं.... समाचार लेखन की प्रक्रिया का वर्णन आदि।

1. Samachar Lekhan (समाचार लेखन)

2. Samachar Lekhan ki Ulta Pyramid Shalli kya hai (समाचार लेखन की उल्टा पिरामिड शैली)

3. Samachar Lekhan ke 6 Kakar (समाचार लेखन के छह ककार)

4. Samachar Lekhan Kaise Likhate Hai (समाचार लेखन कैसे लिखते हैं)

5. Samachar Lekhan kya hai (समाचार लेखन क्या है)

6. Samachar Lekhan ki Prakriya ka Varnan Kijiye (समाचार लेखन की प्रक्रिया का वर्णन करें)

7. Samachar lekhan ki Visheshtayen ( समाचार लेखन की विशेषताएं)

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समाचार लेखन

समाचार लेखन पत्रकारीय लेखन मे पहले स्थान आता है । सामान्य रूप से समाचार लेखन का कार्य पूणकालिक या अंशकालिक पत्रकार द्वारा ही किया जाता है। इनको संवाददाता या रिपोर्टर कहा जाता है।
समाचार लेखन में दो बातों को ध्यान रखा जाना आवश्यक है।
-उल्टा पिरामिड शैली का प्रयोग
- छह: ककारों का प्रयोग


"उल्टा पिरामिड शैली का इतिहास"
19वी सदी के आरम्भ तक भी समाचार कहानी की तरह लिखे जाते थे, लेकिन अमेरिकी गृह युद्ध के दौरान संवाददाताओं को अपनी खबरें टेलिग्राफ संदेशों के माध्यम से भेजनी पड़ी, जो उस समय अत्यंत महंगी, दुर्लभ और अनियमित थी अब संवाददाताओं ने समाचार भेजने का दूसरा तरीका चुना। इसमें समाचार को विस्तार से लिखने की बजाए संक्षेप मे लिखा जाने लगा, इसमें अपूर्ण जानकारी पहले-पहल देने की कोशिश की गई, फिर धीरे-धीरे लेखन की यह शैली मानक शैली बन गई।
उल्टा एपिरामिड शैली समाचार लेखन की अत्यंत लोक प्रिय शैली है । यह कथा लेखन के बिल्कुल विपरित है। कहानी लेखन में 'क्लाइमेक्स' अंत में होता है, लेकिन समाचार लेखन में 'क्लाइमेक्स' प्रारम्भ में ही रख दिया जाता है। समाचार लेखन की इसी शैली के कारण पाठक समाचार पढ़ने की ओर उत्सुक होते है

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छः ककार - क्या कौन, कहाँ, कब, क्यों, कैसे

किसी भी समाचार को ये ६ ककार पूरा कर देते हैं, उदाहरण के लिए- क्या घटना हुई, पहले 'क' क्या से ही पाठक समाचार की ओर उत्सुक होता है, फिर किसके साथ हुई, कहाँ हुई, कब हुई, क्यों हुई और कैसे हुई | क्या घटना‌ है? यह निष्कर्ष, निचोड़ या क्लाइमेक्स' सबसे पहले स्थान पर होता है। समाचार लेखन में प्रथम स्थान पर इन्ट्रो या मुखडा होता है, इसमें लगभग 4 ककार शामिल होते हैं। उसके बाद बाॅडी में कैसे और क्यों का जवाब दिया जाता है याने घटना का वर्णन और फिर घटना के समापन पर समाचार की जानकारी के स्रोत को भी बताना होता है। इसके अलावा घटना या समाचार की प्रकृति के अनुसार इन ६ ककारों के स्थान में बदलाव भी किया जा सकता है । यह कोई
निर्धारित फार्मूला नहीं है, लेकिन उल्टा पिरामिड शैली व ६: ककार समाचार लेखन के अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है।

👉Here you will get Handwritten NOTES (Samachar Lekhan) (समाचार लेखन)



🔽 Topics Covered in NOTES:

Samachar Lekhan kya hai (समाचार लेखन क्या है)

Samachar Lekhan ki Ulta Pyramid Shalli kya hai (समाचार लेखन की उल्टा पिरामिड शैली क्या है)

Samachar Lekhan ke 6 Kakar (समाचार लेखन के छह ककार)


समाचार लेखन/Samachar Lekhan/समाचार लेखन की शैली/& प्रक्रिया/Samachar Lekhan Kaise Likhate Hai - Video Lecture 👇👇











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