बच्चे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hain class 9


बच्चे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe hain class

बचे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hain class 9
बचे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hain class 9


बचे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hain class 9- NCERT IMPORTANT QUESTION ANSWERS


 बच्चे काम पर जा रहे हैं

              राजेश जोशी


प्रश्न- सुविधा और मनोरंजन के उपकरणों से बच्चे वंचित क्यों है?

उनके माता-पिता बहुत ही गरीब है। वे शाम तक मेहनत मजदूरी करके पेट भरने के लिए भोजन ही बहुत मुश्किल से जुटा पाते है, जो हमारी सबसे पहली जरूरत है। यही कारण है कि माता-पिता बच्चों को मनोरंजन के उपकरण उपलब्ध नहीं करवा सकते और बच्चे इन साधन और सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।


प्रश्न-2 बच्चे का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान क्यों है ? 

बच्चे यदि काम पर जाएंगे तो वे शिक्षा प्राप्त नहीं कर सकेंगे और न ही खेलकुद | इसलिए उनका विकास नहीं हो पाएगा और अच्छे नागरिक नहीं बन पाएँगे । यही कारण है कि बच्चों का काम पर जाना धरती के एक बड़े हादसे के समान है।


प्रश्न  - आपने अपने शहर में बच्चों को कब कब और कहां कहां काम करते हुए देखा है?


उत्तर  - हम अपने नगर में बच्चों को दुकानों पर नौकरी करते देखते हैं। मध्यमवर्गीय परिवारों में सफाई करते देखते हैं, कूड़ा बीनते हुए और बोझा ढोते हुए देखते हैं। छोटे बच्चे घरों में नौकरी करते हैं और ढाबों पर खाना परोसते तथा सफाई करते हैं। यही नहीं हम अपने नगर में उन्हें भीख माँगते हुए भी देखते हैं। जहाँ अन्य बच्चे जाते हैं, या खेलते-कूदते हैं वहाँ गरीब बच्चे रोटी कमाने में जुटे हैं। 


बचे काम पर जा रहे हैं Extra question answer | Bacche Kaam Par Jaa Rahe Hain class 9 - EXTRA QUESTIONS ANSWERS


प्रश्न -  काम पर जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को किन-किन विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता होगा?


उत्तर - काम पर जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को अनेक विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता होगा। उन्हें सर्दी गर्मी, बरसात, आँधी, तूफान आदि विपरीत मौसमों में अपने कोमल शरीर की बलि चढ़ाकर काम करना पड़ता होगा। काम करने की जगह पर काम करते समय अपने मालिक अथवा ठेकेदार की अपमानजनक बातें सुननी पड़ती होंगी। अपने मालिक तथा जहाँ काम कर रहे हैं उसके आसपास के लोगों की शंका भरी नजरों का सामना करना पड़ता होगा। कभी-कभी अपने हम उम्र साथियों के मजाक का सामना भी करना पड़ता होगा।




प्रश्न  - साधनहीनता की अपेक्षा कवि ने साधन सम्पन्नता की स्थिति में छोटे-छोटे बच्चों का काम पर जाना अधिक भयावह माना है। क्या आप इस बात से सहमत हैं?


उत्तर-  हाँ, हम इस बात से सहमत हैं कि साधनहीनता की बजाए सारे साधन उन्हें की स्थिति में छोटे-छोटे बच्चों का काम पर जाना अधिक भयावह है क्योंकि साधनहीनता की स्थिति में तो कोई भी बच्चा जब स्कूल या खेलने नहीं जाएगा, तो सभी प्रायः काम पर ही जाएँगे, ऐसी स्थिति में बच्चों के दो वर्ग नहीं बन पाएँगे तथा कोई भी बच्चा कुंठा का शिकार नहीं हो पाएगा। जबकि साधन सम्पन्नता की स्थिति में जब कुछ बच्चे खेलने या पढ़ने जाएँगे तथा कुछ काम करने जाएँगे तो काम करने बच्चों में खेलने या पढ़ने जाने वाले बच्चों को देखकर कुंठा की भावना आएगी, जो एक वर्ग विशेष के विकास में बाधक बन जाएगी। हालांकि पहली स्थिति भी अच्छी नहीं है क्योंकि यह अविकास की निशानी है। परन्तु चूँकि इसमें सभी एक समान हैं, अतः इसमें कुंठा के लिए जगह नहीं है।




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