Class 9 Hindi Important Questions -दो बैलों की कथा Extra Questions

Class 9 Hindi Important Questions -दो बैलों की कथा Extra Questions


Class 9 Hindi Important Questions -दो बैलों की कथा Extra Questions

Class 9 Hindi Important Questions -दो बैलों की कथा Extra Questions



दो बैलों की कथा :-

प्रेमचंद

NCERT IMPORTANT QUESTION ANSWERS:-

प्रश्न-1. कांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?

कांजीहौस की दीवारें कच्ची भी, वहाँ पर अनेक प्रकार के पशु भारी मात्रा में कैद करके रखे गए थे। इसी कारण डर रहता था कि कहीं पशु दीवार तोड़ कर भाग न जाए, इसके अतिरिक्त हमेशा चोरी का भी डर बना रहता था। इसी कारण से कांजीहौस में बंद पशुओं की हाजिरी ली जाती होगी।



प्रश्न-2 कहानी में बैलो के माध्यम को कौन कौन से नीति विषयक मूल्य उभरकर आए है? 


कहानी में बैलों के माध्यम से निम्नलिखित नीति संबंधी मूल्य उभरकर आए है :-


1). एक साथ रहने से आपस में प्रेम का संबंध बन जाता है चाहे मनुष्य व पशु भी साथ क्यों न रहे। 

2). हमें किसी के सीधेपन के कारण उसे मूर्ख नहीं समझना चाहिए।

3). एकता बनाए रखकर हम बड़ी से बड़ी मुसीबत का सामना आसानी से कर सकते है।

4) अपने से निर्बल व्यक्ति पर कभी वार नहीं करना चाहिए। 5). स्त्री जाति का सम्मान करें व उनके साथ हिंसा करना पाप है।

6). मुसीबत के समय ही सच्चे मित्र की पहचान होती है। भलाई का परिणाम भलाई ही होता है।


प्रश्न-3. प्रस्तुत कहानी में गधे की किन स्वभाव गत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ अर्थ मूर्ख' का प्रयोग न कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है ?


पशुओं मे गधे को सबसे अधिक मूर्ख समझा जाता है। जब हमने किसी को मूर्ख कहना होता है तो हम उसे गधा कह देते है। परन्तु लेखक के अनुसार यह सही नहीं है। गधा अपने सीधेपन और सहनशक्ति के कारण किसी की हानि नहीं करता। इसके साथ-साथ बह हमेशा लाभ हानि की स्थिति में स्वाभाविक बना रहता है। दूसरे पशु तो कभी-कभार क्रोध कर भी लेते हैं, लेकिन गधा कभी भी क्रोध नहीं करता । उसके ये गुण उसे ऋषि मुनियों की कोटि मे ला देता है। इसलिए लेखक गधे के प्रति रूढ़ अर्थ मूर्ख का प्रयोग न कर, उसके लिए सीधा, सरल और सहिष्णु अर्थ का ओर संकेत करते है।




प्रश्न 4- किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?


निम्नलिखित घटनाओ से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी:-


1.दोनो हमेशा एक साथ ही नांद में मुंह डालते व साथ ही हटा लेते थे।

2.हमेशा साथ रहने के कारण मूक भाषा में बात करने लगे थे।

3.एक दूसरे के साथ सींग मिलाकर, चाटकर और सुंघकर अपना प्रेम प्रकट करते थे।

4. जब उनको हल में जीता जाता तो उनका प्रयास रहता कि अधिक से अधिक भार अपने ऊपर ले ले।

5. मटर के खेत में मोती के पकड़े जाने पर हीरा भी नहीं भागा ।

6. दोनों ही मिलकर सांड को पराजित करते हैं।

7. मोती कांजीहौस से रस्सी तुड़वाकर भाग सकता था लेकिन हीरा के बिना वह नही भागा।

8.दोनों ने मिलकर कानजीहौस की दीवार को तोड़ा। 


इन सभी घटनाओं से स्पष्ट होता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी।




प्रश्न  आशय स्पष्ट कीजिए 

(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।

(ख) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती, पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया। 


उत्तर (क) -इस कथन के द्वारा लेखक यह कहना चाहता है कि हीरा और मोती दोनों बैलों में मूक भाषा द्वारा विचारों का आदान-प्रदान होता था। वे एक-दूसरे के मन की बात को तत्काल समझ लेते थे। वे हमेशा साथ-साथ मिलकर रहते थे। दोनों में पक्की दोस्ती थी और वे एक-दूसरे के लिए मुसीबत झेल सकते थे। उनमें आपसी प्रेम, आत्मीयता और घनिष्ठता थी। उनकी इसी गुप्त शक्ति के सामने जीवों में स्वयं को श्रेष्ठ मानने वाला मनुष्य भी हीन दिखाई देता है।


उत्तर (ख) गया के घर में हीरा-मोती को प्यार करने वाला कोई नहीं था। उनको दिन भर खेत में जोता जाता था और डण्डों से पिटाई की जाती थी। घर लौटने पर उन्हें सूखा चारा खाने को मिलता था। छोटी बच्ची रात के समय उन्हें एक-एक रोटी खिला देती थी। दोनों एक-एक रोटी खाकर संतुष्ट हो जाते थे। हालांकि इससे उनकी शारीरिक भूख शान्त नहीं होती थी, परन्तु इससे दोनों को बच्ची का स्नेह मिल जाता था और उनके हृदय की भूख दूर हो जाती थी।



Do Bailon ki Katha - EXTRA QUESTIONS ANSWERS


 प्रश्न  - क्या आपको लगता है कि यह कहानी आजादी की लड़ाई की ओर संकेत करती है?


उत्तर- प्रस्तुत कहानी में हीरा-मोती परतंत्रता से मुक्त होने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाए गए हैं। हीरा-मोती गया के स्थान से रस्सी तुड़ाकर घर लौट आते हैं। गया उनको दूसरी बार पकड़ कर ले जाता है। उन्हें डण्डे मारता है, हल में जोतता है और खाने को सूखा भूसा देता है। छोटी बच्ची के सहयोग से वे पुनः आजाद हो जाते हैं। काँजीहौस में कैद होने के बाद वे अन्य जानवरों को वहाँ से आजाद कराते हैं और स्वयं दण्ड भुगतकर भी दढ़ियल के चंगुल से छूटकर अपना लक्ष्य पा लेते हैं। जिस प्रकार हीरा-मोती ने अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए आजादी प्राप्त की, उसी प्रकार भारतवासियों ने भी लंबे संघर्ष के बाद आजादी प्राप्त की। अतः यह कहानी निश्चय से आजादी की लड़ाई की ओर संकेत करती है।




प्रश्न  - लेखक के अनुसार सीधापन संसार के लिए उपयुक्त क्यों नहीं है?


उत्तर- लेखक के अनुसार सीधापन संसार के लिए इसलिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि इस संसार में सीधे प्राणी को मूर्ख समझा जाता है। लेखक के अनुसार गधे एवं बैल को सीधेपन के कारण लोग मूर्खता का पर्याय मानते हैं। इसी प्रकार सीधेपन के कारण भारतवासियों की अफ्रीका में बड़ी दुर्दशा हो रही है। अमेरिका में उन्हें घुसने नहीं दिया जाता।


प्रश्न  -  गया को बैल घर तक ले जाने में पसीना क्यों आ गया?


उत्तर- हीरा व मोती झूरी काछी के पालतू ही नहीं वफादार बैल थे। वे अपने स्वामी से अत्यधिक प्रेम करते थे। संयोगवश एक बार झूरी ने उन्हें अपने साले के साथ अपनी ससुराल भेज दिया। दोनों बैलों ने समझा कि उन्हें बेच दिया गया है। चूंकि वे झूरी का घर छोड़कर नहीं जाना चाहते थे, अतः वे रास्ते भर गया से बचकर भागने का प्रयास करते रहे। इसी कारण गया को बैल घर तक ले जाने में पसीना आ गया।


प्रश्न  -  हीरा-मोती ने सांड को किस प्रकार पराजित किया?


उत्तर- हीरा व मोती समझदार व बहादुर बैल थे। उन्होंने अपने से तगड़े शत्रु सांड को हराने के लिए एक रणनीति बनाई। रणनीति के अनुसार हीरा ने सांड पर सामने से आक्रमण किया तथा मोती ने पीछे से। चूंकि सांड किसी संगठित शत्रु से मुकाबला करने में अनुभवी नहीं था। अतः उनके आक्रमण से शीघ्र ही बौखला गया। उसने उन पर झल्लाकर आक्रमण करना चाहा कि पेट के एक तरफ मोती ने तथा दूसरी तरफ हीरा ने अपने सींग चुभो कर उसे घायल कर दिया तथा उसे वहाँ से भागने पर मजबूर कर दिया। इस प्रकार उन्होंने सांड को पराजित किया। 


प्रश्न  - बैलों ने मवेशीखाने के जानवरों को किस प्रकार स्वतन्त्र कराया?


उत्तर- मवेशीखाने की दीवार कच्ची थी। हीरा ने अपने सींग मार कर दीवार की कुछ मिट्टी गिरा दी। अभी वह पूरी दीवार नहीं गिरा पाया था कि चौकीदार द्वारा पकड़ लिया गया तथा रस्सी द्वारा बाँध दिया गया। चौकीदार के चले जाने के बाद उसके अधूरे कार्य को मोती ने पूरा किया। उसने भी उसी जगह अपने सींग मार-मार कर दीवार गिरा दी, जहाँ उससे पहले हीरा ने सींग मारे थे। दीवार गिरते ही मवेशीखाने के जानवर वहाँ से भाग निकले और स्वतन्त्र हो गए।


Do Bailon ki Katha One Word Question answer

1 लेखक ने बैल का स्थान गधे से नीचा क्यों माना है?

उत्तर- लेखक ने बैल का स्थान गधे से नीचे इसलिए माना है क्योंकि वह कभी-कभी अपना असंतोष प्रकट कर देता है।


2. बैल अपना असन्तोष किस प्रकार प्रकट करता है?

उत्तर- बैल अपना असंतोष कभी किसी को मारकर तथा कभी अड़ियलपन दिखाकर प्रकट करता है।


3. किसे संगठित शत्रुओं से लड़ने का अनुभव नहीं था?

उत्तर- सांड को संगठित शत्रुओं से लड़ने का अनुभव नहीं था।


4.  सांड किस प्रकार का युद्ध लड़ने का आदी था।

उत्तर- सांड मल्लयुद्ध लड़ने का आदी था।


5. हीरा व मोती ने सांड को कब छोड़ा?

उत्तर- हीरा व मोती से लड़ते-लड़ते सांड जब घायल हो गया तथा उनसे बचने हेतु भागते-भागते बेदम होकर गिर पड़ा, तब हीरा व मोती ने उसे छोड़ा

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