अनौपचारिक पत्र लेखन-प्रारूप तथा उदाहरण Patra Lekhan Format Anopcharik | Informal Letter Writing Format in Hindi

 अनौपचारिक पत्र लेखन-प्रारूप तथा उदाहरण Patra Lekhan Format Anopcharik | Informal Letter Writing Format in Hindi


अनौपचारिक पत्र लेखन-प्रारूप तथा उदाहरण Patra Lekhan Format Anopcharik | Informal Letter Writing Format in Hindi
अनौपचारिक पत्र लेखन-प्रारूप तथा उदाहरण Patra Lekhan Format Anopcharik | Informal Letter Writing Format in Hindi


पत्र भेजने वाले का पता

मनोहर लाल

208, कृष्ण नगर,

इंदौर।

दिनांक

15 अप्रैल, 20XX

संबोधन

प्रिय सुरेश

अभिवादन

प्रसन्न रहो।

विषय का विस्तार 

कुछ दिनों से तुम्हारा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ। तुम्हारे स्वास्थ्य की बहुत चिंता है। व्यक्ति का स्वास्थ्य उसकी पूँजी होती है। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा निवास करती है। गत वर्ष के टाइफाइड का प्रभाव अब तक भी तुम्हारे ऊपर बना हुआ है। मेरा एक ही सुझाव है कि तुम प्रातः भ्रमण अवश्य किया करो। यह स्वास्थ्य सुधार के लिए अनिवार्य है। इससे मनुष्य को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।



प्रातः भ्रमण से शरीर चुस्त रहता है। कोई बीमारी पास नहीं फटकती। प्रातः बस्ती से बाहर की वायु बहुत ही शुद्ध होती है। इसके सेवन से स्वच्छ रक्त का संचार होता है। मन खिल उठता है, मांसपेशियाँ बलवान बनती हैं। स्मरण शक्ति बढ़ती है। प्रातःकाल खेतों को हरियाली से आँखें ताजा हो जाती हैं।



समापन

मुझे आशा है कि तुम मेरे आदेश का पालन करोगे। नित्य प्रातः उठकर सैर के लिए जाया करोगे। अधिक क्या कहूँ। तुम्हारे स्वास्थ्य का रहस्य प्रातः भ्रमण में छिपा है। पूज्य माता जी को प्रणाम। अशोक को प्यार।

पत्र प्राप्त करने वाले से संबंध

तुम्हारा अग्रज

पत्र लिखने वाले का नाम

प्रमोद कुमार






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